राधे राधे जी,
गौ सेवा धाम हॉस्पिटल (पशु हॉस्पिटल) में आपका स्वागत है |
विश्व संकीर्तन टूर ट्रस्ट के तहत चल रहा जी.एस.डी. हॉस्पिटल (देवी चित्रलेखाजी संस्थापक हैं और उनके पिताजी पंडित टीकाराम स्वामी जी ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं) ...
गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं निःशुल्क हैं।
गौ सेवा धाम हॉस्पिटल , NH-19 होडल, जिला पलवल (हरियाणा) - 121106
गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में बीमार, लाचार व बेसहारा पीड़ित गौमाता एवं अन्य जीव जंतुओं का मुफ्त में इलाज किया जाता है। जिसमें आपश्री दान सहयोग कर पुण्य के भागीदार बन सकते हैं।
बीमार, लाचार व बेसहारा गौवंश की सेवा और उनके इलाज हेतु दान सहयोग करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें या आप Paytm | Phonepe | Google pay ( बैंक अकाउंट ट्रांसफर ) के माध्यम से भी दान सहयोग कर सकते हैं।
इस सेवा कार्य में दान सहयोग कर पुण्य के भागीदार बनें।
*Link for Website :- https://www.worldsankirtan.org/home
*Link for Online Donation & Bank Accounts :- https://www.worldsankirtan.org/donate
*Paytm || GooglePay - 9991772222
दान से सम्बंधित किसी अन्य जानकारी के लिए हमारे कार्यालय में संपर्क करें - +91 9991771111, +91 9991772222, +91 9991773333, +91 9991774444
हमें जो ये धनराशि ( दान सहयोग ) आपके द्वारा प्राप्त होगी, हम इस धनराशि से हमारे यहाँ " गौ सेवा धाम हॉस्पिटल " में उपस्थित बीमार, लाचार व बेसहार लगभग 400+ गौ माताएं और कुछ अन्य जीव जंतु है। जिनका हम प्राप्त हुई धनराशि से पीड़ित गौ माता, अन्य जीवों के इलाज हेतु दवाई व उनके प्रतिदिन खाने हेतु खल चोकर, भूसा की व्यवस्था एवं उनका भरण पोषण करते है और उनके स्वास्थ हेतु उपयोग में आने वाली अनेको प्रकार की वस्तुओं की व्यवस्था करते हैं। जैसे - ऑपरेशन करने में काम आने वाली वस्तुए, उनको लाने ले जाने के लिए नव एम्बुलेंस एवं मोटर साईकल एम्बुलेंस की व्यवस्था, चारा काटने हेतु मशीन , गर्मिओ में गौ माता हेतु पंखे / कूलर व सर्दिओ में हीटर की व्यवस्था, गौमाता के लिए रोटी / दलिया / अन्य बनाने के लिए नव रसोई का निर्माण , गौमाता के इलाज हेतु नई मशीनो की व्यवस्था, उनके रहने हेतु नई वार्ड की व्यवस्था , एवं अन्य जीव जंतुओं के रहने के लिए वार्ड व नई जगह की व्यवस्था एवं हम गौ माता के उपयोग में आने वाली वस्तुओं की व्यवस्था करते हैं।
आपश्री इस सेवा कार्य में दान सहयोग कर पुण्य के भागीदार बन सकते हैं।