देवी चित्रलेखा जी ने 2014 में गौसेवा धाम हॉस्पिटल कि शुरुआत की थी। यह हॉस्पिटल हरियाणा के पलवल जिले में (ब्रज वृन्दावन के समीप ) स्थित है। गौसेवा धाम हॉस्पिटल में बीमार गौवंश और सभी पशु पक्षियों का निशुल्क इलाज किया जाता है। यह हॉस्पिटल दान,दक्षणा पर निर्भर है। इस हॉस्पिटल में लगभग 300 - 400 गौवंश उपचार हेतु भर्ती हैं।
आज (फरवरी 2023) 20000 से अधिक गौवंशो का यहाँ लाकर उनका इलाज हो चुका हैं, और 5000 से ज्यादा गौवंश को अन्य जगहों पर जाकर इलाज किया है। गौसेवा धाम हॉस्पिटल में गौवंशो के लिए बहुत सारी सुविधाएं है। इस परिसर में गौ माता के ट्रीटमेंट के लिए 15 -20 वेटेनरी डॉक्टर्स की एक टीम है। जो किसी भी केस के लिए हमेशा तैयार रहती हैं साथ ही 20-30 गौ सेवक है जो यहां पर गौमाता की सेवा और चारा पानी की व्यवस्था सँभालते हैं। इस परिसर में मेडिकल स्टोर की सुविधा है जिसमे गौवंशो की हर बीमारी की दवाई उपलब्ध है। चाहे कोई छोटी चोट हो या बड़ा ऑपरेशन।

इस परिसर में गौवंशो के चारे की पूर्ति करने के लिए आधुनिक चारा कटर मशीन भी है। गौ माता की रसोई घर में रोटी बनाने के लिए आटोमेटिक रोटी मेकर मशीन है जो एक घंटे में 1000 रोटी बनाती है। यहाँ पर गायों के साथ-साथ और भी जानवरो का इलाज किया जाता है जैसे की कुत्ते,बन्दर,हिरन,मोर,कबूतर, बिल्ली आदि। यह हॉस्पिटल दान पर निर्भर है इसीलिए एक और आय के साधन के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की है जिसका नाम खंबानी प्राइवेट लिमिटेड है। इसमें हर्बल पदार्थ का इस्तेमाल करके प्रोडक्ट बनाये जाते है। जैसे कि बालो के लिए तेल,जोड़ो के दर्द का तेल,गोबर से बनी धूपबत्ती,हिंगगोली, हिंगपैडा,साबुन,आचार और भी बहुत प्रकार के उत्पाद बनाये जाते है। इस परिसर में गौवंशो के लिए अलग अलग वार्ड बने हुए है जैसे की आई सी यु वार्ड, कैंसर वार्ड, दृष्टिहीन वार्ड ,तीन पैर गोवंश वार्ड, गौ पालन वार्ड। गौवंशो के लिए ऑपरेशन थ्रेटर भी है और एक अत्याधुनिक लैब भी है जहॉ पर आजतक डॉक्टर्स ने जितने भी कैंसर ऑपरेशन किये है उन्हें यहाँ स्टोर कर रखा हैं।

जिन गौवंशो को खड़े होने में परेशानी आती हैं उनको एक्सरसाइज कराने के लिए फोर्क लिफ्टर मशीन हैं। गौ सेवा धाम में केचुआ खाद बनाने का प्लांट हैं जिसमे वर्मीकम्पोस्ट केचुआ खाद बनता हैं। क्योकि हम सब जानते आजकल जो यूरिया से बनी खाद का हम इस्तेमाल करते है वह हमारी सेहत के लिए हानिकारक है।

इसलिए हमे केचुआ खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। इस परिसर में एक कथा हॉल है जहॉ पर देवी चित्रलेखा जी कथा वाचन करती है।

यहाँ कथा करवाने वाले व्यक्तियो के ठहरने के लिए उत्तम व्यवस्था है। यहाँ आकर लोग अपने जन्मदिन गौमाता के साथ मनाते है। जो सेवार्थी यहाँ आते है उनके लिए चाय,लस्सी की सेवा निःशुल्क है।