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!! Shrimad Bhagwat Katha - Nawada:- 25-04-2024 To 01-05-2024, Time:- 3:00 pm To 6:30 pm, Place: - Nawada, Bihar !!

2014 से 2023 तक गौ सेवा धाम का सफर।

2014 से 2023 तक गौ सेवा धाम का सफर।

देवी चित्रलेखा जी ने 2014  में गौसेवा धाम हॉस्पिटल कि शुरुआत की थी। यह हॉस्पिटल हरियाणा के पलवल जिले में (ब्रज वृन्दावन के समीप ) स्थित है। गौसेवा धाम हॉस्पिटल में बीमार गौवंश और सभी पशु पक्षियों का निशुल्क इलाज किया जाता है। यह हॉस्पिटल दान,दक्षणा पर निर्भर है। इस हॉस्पिटल में लगभग 300 - 400 गौवंश उपचार हेतु भर्ती हैं।

आज (फरवरी 2023) 20000 से अधिक गौवंशो का यहाँ लाकर उनका इलाज हो चुका हैं, और 5000 से ज्यादा गौवंश को अन्य जगहों पर जाकर इलाज किया है।  गौसेवा धाम हॉस्पिटल में गौवंशो के लिए बहुत सारी सुविधाएं है। इस परिसर में गौ माता के ट्रीटमेंट के लिए 15 -20 वेटेनरी डॉक्टर्स की एक टीम है। जो किसी भी केस के लिए हमेशा तैयार रहती हैं साथ ही 20-30 गौ सेवक है जो यहां पर गौमाता की सेवा और चारा पानी की व्यवस्था सँभालते हैं। इस परिसर में मेडिकल स्टोर की सुविधा है जिसमे गौवंशो की हर बीमारी की दवाई उपलब्ध है। चाहे कोई छोटी चोट हो या बड़ा ऑपरेशन।

इस परिसर में गौवंशो के चारे की पूर्ति करने के लिए आधुनिक चारा कटर मशीन भी है। गौ माता की रसोई घर में रोटी बनाने के लिए आटोमेटिक रोटी मेकर मशीन है जो एक घंटे में 1000  रोटी बनाती है। यहाँ पर गायों के साथ-साथ और भी जानवरो का इलाज किया जाता है जैसे की कुत्ते,बन्दर,हिरन,मोर,कबूतर, बिल्ली आदि। यह हॉस्पिटल दान पर निर्भर है इसीलिए एक और आय के साधन के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की है जिसका नाम खंबानी प्राइवेट लिमिटेड है। इसमें हर्बल पदार्थ का इस्तेमाल करके प्रोडक्ट बनाये जाते है। जैसे कि बालो के लिए तेल,जोड़ो के दर्द का तेल,गोबर से बनी धूपबत्ती,हिंगगोली, हिंगपैडा,साबुन,आचार और भी बहुत प्रकार के उत्पाद बनाये जाते है। इस परिसर में गौवंशो के लिए अलग अलग वार्ड बने हुए है जैसे की आई सी यु वार्ड, कैंसर वार्ड, दृष्टिहीन वार्ड ,तीन पैर गोवंश वार्ड, गौ पालन वार्ड। गौवंशो के लिए ऑपरेशन थ्रेटर भी है और एक अत्याधुनिक लैब भी है जहॉ पर आजतक डॉक्टर्स ने जितने भी कैंसर ऑपरेशन किये है उन्हें यहाँ स्टोर कर रखा हैं।

 

जिन गौवंशो को खड़े होने में परेशानी आती हैं उनको एक्सरसाइज कराने के लिए फोर्क लिफ्टर मशीन हैं। गौ सेवा धाम में केचुआ खाद बनाने  का प्लांट हैं जिसमे वर्मीकम्पोस्ट केचुआ खाद बनता हैं। क्योकि हम सब जानते आजकल जो यूरिया से बनी खाद का हम इस्तेमाल करते है वह हमारी सेहत के लिए हानिकारक है। 

इसलिए हमे केचुआ खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। इस परिसर में एक कथा हॉल है जहॉ पर देवी चित्रलेखा जी कथा वाचन करती है।

यहाँ कथा करवाने वाले व्यक्तियो के ठहरने के लिए उत्तम व्यवस्था है। यहाँ आकर लोग अपने जन्मदिन गौमाता के साथ मनाते है। जो सेवार्थी  यहाँ आते है उनके लिए चाय,लस्सी  की सेवा निःशुल्क है।

 

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संकीर्तन दिवस

संकीर्तन दिवस

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की संचालिका पूज्या देवी चित्रलेखाजी का पावन जन्मोत्सव (संकीर्तन दिवस) बड़ी धूम धाम से मनाया गया। देवीजी का जन्मोत्सव हर वर्ष संकीर्तन दिवस के रूप में मानती हैं इसी मंगलमय अवसर पर गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में गौ माताओं के मध्य श्रद्धालुओं ने हरिनाम संकीर्तन किया। श्रद्धालुओं ने हरिनाम संकीर्तन करते हुए गौ सेवा धाम हॉस्पिटल परिक्रमा लगायी।
इस शुभ अवसर पर देवी चित्रलेखाजी के पिताजी स्वामी टीकाराम जी (अध्यक्ष- गौ सेवा धाम हॉस्पिटल) के सानिध्य में खंबानी फ़ूड ट्रक का फीता काटकर उद्घाटन किया गया, इस फ़ूड ट्रक की बचत राशि गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में भर्ती बीमार गौवंशों को समर्पित की जाएगी साथ ही इस फ़ूड ट्रक में शुद्ध शाकाहारी भोजन बनाया जायेगा जिससे तामसिक भोजन के प्रवत्ति को काम किया जायेगा। अंत में सभी श्रद्धालुओं ने भंडारा प्रसाद ग्रहण किया।
गौ सेवा धाम में बनेगा भारत का पहला बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल, गोपाष्टमी को मनोहर लाल खट्टर के द्वारा रखी गयी नींव।

गौ सेवा धाम में बनेगा भारत का पहला बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल, गोपाष्टमी को मनोहर लाल खट्टर के द्वारा रखी गयी नींव।

कोटवन करमन बॉर्डर पर गौ सेवा धाम में देवी चित्रलेखाजी के श्रीमुख से चल रहे सप्तदिवसीय गोपाष्टमी महोत्सव एवं श्रीमद भागवत कथा के तृतीया दिवस में गोपाष्टमी के पावन पर्व पर हरियाणा के मुख्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने भारत के पहले सर्वसुविधायुक्त बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल का भूमि पूजन किया। भूमि पूजन के अवसर पर खट्टर के साथ अन्य संत एवं गणमान्य व्यक्ति श्री चिदानंद सरस्वती, श्री सम्पूर्णानन्द स्वामी आचार्य लोकेश मुनिजी, कृष्णपाल गुज्जर और स्वामी श्री ज्ञानानंद महाराज इस ऐतिहासिक कार्य में भागीदार रहे।
दिन की शुरुआत भजन एवं गौ पूजन के साथ हुई, दोपहर बाद भूमि पूजन का शुभ कार्य संपन्न हुआ। 

देवी चित्रलेखाजी ने श्रीमद भागवत कथा के माध्यम से बताया कि गोपाष्टमी का त्यौहार हर घर में बड़ी धूम धाम से मानना चाहिए क्योंकि ये गौमाताओं का त्यौहार है और जहां गायों की सेवा होती है वहाँ गोपाल खुश रहते हैं। गोपाष्टमी पर्व का सनातन धर्म में बड़ा ही धार्मिक महत्व है। इसी दिन भगवान कृष्ण ने गौमाता की पूजा की और गौचारण लीला का शुभारम्भ किया। गोपाष्टमी के इस पवित्र दिन पर गायों और बछड़ों को सजाया जाता है और उनकी विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। यह पर्व मुख्य रूप से ब्रज में मनाया जाता है। गोपाष्टमी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार 20 नवंबर सोमवार के दिन मनाई गयी।  
गोपाष्टमी के दिन गौ महा भोज का आयोजन बड़ी धूम धाम से किया गया, जिसमें यहाँ भर्ती गौवंश हेतु स्वादिष्ट व्यंजन जैसे मीठा दलिया, ताजा गन्ना, रोटी हरी सब्जियां खिलाई गयीं। और यही खाद्य पदार्थ आस पास की गौशालाओं में रह रहे सभी गौवंश हेतु पहुचाए गए।
 
आपको बता दें कि कार्यक्रम के मध्य 20 नवम्बर गोपाष्टमी को गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में भारत के पहले बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल का भूमि पूजन हरियाणा के माननीय मुख्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी के कर कमलों द्वारा किया गया। इस मोके पर पधारे मुख्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ऐसी गौमाता की सेवा शायद ही कहीं हो रही होगी। मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि देवी चित्रलेखा का यह विचार बहुत अच्छा है। सभी मनुष्यों के लिए हॉस्पिटल बनाते हैं पर चित्रलेखा ने गौमाता और सभी जीवों के बारे में सोचा उनकी पीड़ा, दुःख दर्द को समझा और बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल बनाने का निर्णय लिया। हमें बहुत अच्छा लगा कि देवी चित्रलेखा ने सर्व सुसज्जित गौमाता और जीवों को अपने पास आश्रय देने का फैसला लिया और पिछले 10 वर्षों से गौमाता की सेवा करती आ रही हैं।  

 

इस अस्पताल में हज़ारों बीमार गौवंश और अन्य जीवों के लिए उच्च-स्तरीय चिकित्सा सेवाएं होंगी। यह आयोजन जो सामाजिक सेवाओं और आध्यात्मिक उन्नति को मिलाकर गौ संवर्धन की ओर कदम बढ़ा रहा है। 
गौ सेवा धाम हॉस्पिटल पिछले 10 वर्षों से गौमाताओं के साथ साथ सभी बेजुबान जीवों की सेवा करता आ रहा है इस सेवा को और आधुनिक बनाने हेतु इस बहुमंजिला हॉस्पिटल की नींव रखी गयी। इस हॉस्पिटल में  एक्सरे यूनिट, अल्ट्रासाउंड रूम, आधुनिक डॉयग्नोस्टिक लैब, गायो के लिए अलग-अलग वार्ड जैसे आईसीयू वार्ड, कैंसर वार्ड, तीन पैर वाले गौवंश वार्ड होंगे।

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल के द्वारा रेस्क्यू।

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल के द्वारा रेस्क्यू।

 गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में सुबह 08 :20 पर एक कॉल आई कि पलवल के पास kmp पुल के पास एक गौ माता का किसी गाडी से एक्सीडेंट हो गया है। गाडी चालक ने गौमाता के दर्द को नहीं समझा और वह वहां से निकल गया। वहां के किसी सज्जन व्यक्ति ने हमारे पास कॉल की।  हमारी गौ सेवा धाम की टीम यहाँ से तुरंत निकल गई। वहां पर जाकर देखा तो गौमाता बहुत दर्द में थी। 
गौमाता के मुँह से खून निकल रहा था। पलवल के गौ सेवक साथियों की मदद से हमने उन गौमाता को एम्बुलेंस में रखा और हमने देखा कि एक डॉग का पिछला हिस्सा काम नहीं कर रह था। वहां के लोगो ने बताया की इस डॉग को दो तीन दिन पहले एक गाडी ने टक्कर मार दी। 
हमने उस डॉग को भी एम्बुलेंस में रख लिया और हम गौ सेवा धाम आ ही रहे थे। तभी हमारे पास एक कॉल आई कि औरंगाबाद में एक बछड़े का पैर टुटा हुआ है और पिछले तीन दिन से वो भूखा प्यासा वही पर पड़ा था। सूचना मिलते ही हम उस बछड़े को भी ले कर आ ही रहे थे कि एक सज्जन व्यक्ति ने हमें रास्ते में ही रोका और बताया की एक नंदी महाराज के पैर में चोट लगने के कारण कीड़े पड़ हुए थे और हमारी टीम ने उस नंदी महाराज का उचित इलाज किया। हमारी टीम गौ सेवा धाम आ गई। अब गौ सेवा धाम में उनका इलाज चल रहा है। अगर आपको भी कोई गौमाता या असहाय जीव दिखाई दे तो अपने व्यस्त समय में से कुछ समय इन बेजुबान जीवो के लिए भी निकालें और गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में कॉल करने का कष्ट करें। हमारा संपर्क सूत्र-8816088825

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में वेदांता ग्रुप की दान संस्थान, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा दान की गई नई ईको एम्बुलेंस का उद्धघाटन |

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में वेदांता ग्रुप की दान संस्थान, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा दान की गई नई ईको एम्बुलेंस का उद्धघाटन |

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में वेदांता ग्रुप की दान संस्थान, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा दान की गई नई ईको एम्बुलेंस का उद्धघाटन किया गया। गौ सेवा धाम हॉस्पिटल ने असहाय  निराश्रित बीमार सड़क दुर्घटनाओं  में घायल व् लाचार गौवंशों और जीवों की सेवा के प्रति एक और कदम आगे बढ़ाया है। गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की  संचालिका देवी चित्रलेखा जी का मानना है की कोई भी जीव बीमारी के कारण अपने प्राण न त्यागे। 
इसी वाक्य को आगे की और ले चलते हुए बीमार गौमाताओं के साथ अन्य जीव जंतुओं के लिए सेवा कार्य को आगे बढ़ाते हुए व वेदांता ग्रुप की अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा TACO एनिमल केयर प्रोजेक्ट के तहत नई एम्बुलेंस दान दी गई जिसका 13 सितम्बर 2023 को सुबह 11 बजे अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा पधारे हुए अधिकारीयों ने देवी चित्रलेखाजी के सानिध्य में फीता काट कर उद्धघाटन किया। 


गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में वेदांता ग्रुप की दान संस्थान, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा दान की गई नई ईको एम्बुलेंस का उद्धघाटन किया गया। गौ सेवा धाम हॉस्पिटल ने असहाय  निराश्रित बीमार सड़क दुर्घटनाओं  में घायल व् लाचार गौवंशों और जीवों की सेवा के प्रति एक और कदम आगे बढ़ाया है। गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की  संचालिका देवी चित्रलेखा जी का मानना है की कोई भी जीव बीमारी के कारण अपने प्राण न त्यागे। 
इसी वाक्य को आगे की और ले चलते हुए बीमार गौमाताओं के साथ अन्य जीव जंतुओं के लिए सेवा कार्य को आगे बढ़ाते हुए व वेदांता ग्रुप की अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा TACO एनिमल केयर प्रोजेक्ट के तहत नई एम्बुलेंस दान दी गई जिसका 13 सितम्बर 2023 को सुबह 11 बजे अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा पधारे हुए अधिकारीयों ने देवी चित्रलेखाजी के सानिध्य में फीता काट कर उद्धघाटन किया। 
अनिल अग्रवाल की एंकर चीफ एक्सक्यूटिव प्रिया अग्रवाल हेबर ने बताया की  टैको के माध्यम से हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी जानवर चिकित्सा की कमी के कारण पीड़ित न हो, हम अपने देश में पशु कल्याण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह एम्बुलेंस इस दिशा में एक और कदम है।यह एम्बुलेंस 50 किमी के क्षेत्र के छोटे जानवरों, विशेषकर राजमार्गों पर घायल हुए जानवरों के लिए आपातकालीन देखभाल प्रदान करेगी।
इस मोबाइल एंबुलेंस में 24 घंटे एमरजेंसी मेडिकल किट तैयार रहेगी जो कि सूचना मिलते ही अधिक से अधिक बेजुबानों की मदद कर सके।

अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा जीव कल्याण के लिए हरियाणा व राजस्थान में अनेकों जगह पर सेवा प्रकल्प संचालित किए हुए हैं।
सभी ने सर्वप्रथम गौमाता की पूजा करी, और यहां भर्ती गौवंश को गुड व हरा चारा खिलाया। 
वेदांता लिमिटेड की डायरेक्टर एवम् हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन - मिस प्रिया अग्रवाल हेबर ने बताया की  टैको के माध्यम से हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी जानवर चिकित्सा की कमी के कारण पीड़ित न हो, हम अपने देश में पशु कल्याण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह एम्बुलेंस इस दिशा में एक और कदम है।यह एम्बुलेंस 50 किमी के क्षेत्र के छोटे जानवरों, विशेषकर राजमार्गों पर घायल हुए जानवरों के लिए आपातकालीन देखभाल प्रदान करेगी।
इस मोबाइल एंबुलेंस में 24 घंटे एमरजेंसी मेडिकल किट तैयार रहेगी जो कि सूचना मिलते ही अधिक से अधिक बेजुबानों की मदद कर सके।

अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा जीव कल्याण के लिए हरियाणा व राजस्थान में अनेकों जगह पर सेवा प्रकल्प संचालित किए हुए हैं।
सभी ने सर्वप्रथम गौमाता की पूजा करी, और यहां भर्ती गौवंश को गुड व हरा चारा खिलाया।

देसी गाय के घी के फायदे |

देसी गाय के घी के फायदे |


गौ माता के बारे में
गाय को माता का दर्जा यूही नहीं दिया जाता गौमाता के सभी उत्पाद किसी न किसी बीमारी का सम्पूर्ण इलाज है उसी में से आज हम बात करेंगे देशी गाय के घी के फायदे के बारे में -

हाथ पैरों में जलन होने पर तलवों पर गाय के घी की मालिश करने से जलन समाप्त हो जाती है। बच्चों को गाय के घी से छाती और पीठ पर मालिश करने से कफ की शिकायत समाप्त हो जाती है।
रात को सोने से पहले चेहरे पर गाय का घी लगाने से त्वचा पर दरारें, कट या घाव और फटी त्वचा ठीक होने में मदद मिलती है।
गाय के घी को त्वचा पर लगाने से रंगत निखरती है। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में भी मदद करता है। यह दाग-धब्बों, टैनिंग, पिगमेंटेशन और त्वचा के कालेपन के लिए बहुत प्रभावी उपाय है।
गाय का घी नाक में डालने से एलर्जी और लकवा भी ठीक होता है और याददाश्त तेज होती है।
गाय के घी की कुछ बूंदें दिन में दो बार नाक में डालने से त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) संतुलित हो जाते हैं।
देसी घी शरीर में जमा फैट को घोलकर विटामिन में बदलने का काम करता है। इसमें कम मात्रा में चेन फैटी एसिड होता है, जिससे आपका खाना जल्दी पच जाता है और मेटाबॉलिज्म सही रहता है।
गाय का घी आंखों की रोशनी के लिए चमत्कारी है। इसके नियमित सेवन से कम दिखना, धुंधला दिखाई देना, आंखों के आगे अंधेरा छाना, सिरदर्द, आंखों की कमजोरी और आंखों के सभी विकार दूर हो जाते हैं।
शोध के अनुसार यह खून और आंतों में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सही रखता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है।
यह न सिर्फ कैंसर को पैदा होने से रोकता है बल्कि आश्चर्यजनक तरीके से इस बीमारी को फैलने से भी रोकता है। इसके सेवन से ब्रेस्ट और बॉवेल कैंसर से बचा जा सकता है।
जिस व्यक्ति को हृदयाघात की समस्या हो वह गाय के घी का सेवन कम मात्रा में करे तो हृदय को बल मिलता है।
नेचुरल मॉइश्चराइजर के तौर पर यह रूखी त्वचा की समस्या से छुटकारा दिलाता है और त्वचा को मुलायम बनाता है।
त्वचा को कसने में मदद करता है, जो झुर्रियों, महीन रेखाओं और छिद्रों को सिकोड़ता है और आपको जवां बनाता है।
देसी गाय के घी की दो-दो बूंद सुबह-शाम नाक में डालने से माइग्रेन के दर्द से राहत मिलती है। नियमित रूप से गाय के घी का सेवन करने से एसिडिटी और कब्ज की शिकायत कम हो जाती है।
गाय के घी का सेवन करने से शरीर भी हष्ट पुष्ट रहता है और शरीर का स्टेमिना भी बना रहता है।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देवी चित्रलेखाजी के सानिध्य में संचालित गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में पतंजलि योगपीठ होडल व आर एस योगा संस्थान के सयुंक्त तत्वावधान में पूरी टीम द्वारा 9वें योग दिवस को धूमधाम से मनाया गया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देवी चित्रलेखाजी के सानिध्य में संचालित गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में पतंजलि योगपीठ होडल व आर एस योगा संस्थान के सयुंक्त तत्वावधान में पूरी टीम द्वारा 9वें योग दिवस को धूमधाम से मनाया गया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देवी चित्रलेखाजी के सानिध्य में संचालित गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में पतंजलि योगपीठ होडल व आर एस योगा संस्थान के सयुंक्त तत्वावधान में पूरी टीम द्वारा 9वें योग दिवस को धूमधाम से मनाया गया। दिन की शुरुआत हर रोज जैसे पंडित अनुज कौशिक ने गौ पूजन हवन करके किया, कार्यक्रम में गौ सेवा धाम के कर्मचारी व् होडल पतंजलि समिति के लोग व दूर दराज से पधारे सैंकड़ों लोगों ने योग किया देवी चित्रलेखाजी ने बताया की योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से नित्य प्रति दिन योग करने से अनेकों शारीरिक और मानसिक फायदे मिलते हैं। योग से होने वाले इन्हीं फायदों के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से 2015 से हर साल भारत सहित सैकड़ों देश 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाते हैं। 
देवी चित्रलेखाजी ने बताया की वह बचपन से ही योग गुरु स्वामी रामदेव के योग आसन से काफी प्रभावित थी और बचपन से ही योग करते आ रही हैं।
उन्होंने योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं योग गुरु स्वामी रामदेव का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने हमारे 5000 वर्ष पुराने ऋषि मुनिओं के प्रसाद रुपी योग को भारत ही नहीं अपितु सैंकड़ो देशों की धरती पर पहुंचाया और भारत को योग गुरु की पहचान दिलाई। 
उन्होंने बताया की वो खुद भी कई देशों में जाकर हरिनाम संकीर्तन के साथ साथ लोगों को योग सिखाती हैं उनसे योग अभ्यास कराती हैं। 
इस मौके पर होडल से आये योगाचार्य श्री ललित आर्य ने देवी चित्रलेखा जी सहित मौके पर सैंकड़ो लोगो को योग आसन सिखाये। 
जिसमे  शिथिलीकरण के अभ्यास व  ताडासन, वृक्षआसन, त्रिकोण भद्रआसन वज्रासन आदि व प्राणायाम कराये व योग से होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और प्रत्येक जन मानस को प्रतिदिन योग करने के लिऐ प्रेरित किया और दैनिक रूप से योग करवाने के लिऐ सभी से संकल्प करवाया। बाद में सभी ने अपने हाथों से गौमाताओं को गुड व हरा चारा खिलाया। साथ ही सभी ने संस्था ने महासचिव प्रत्यक्ष शर्मा के जन्मदिन पर उन्हें बधाइयाँ प्रेषित की, अपने जन्मदिन पर शर्मा ने गौमाता को चोकर व गुड का केक बनाकर खिलाया। आयोजित इन सभी कार्यक्रमों में गौ सेवा धाम में पं टीकाराम स्वामीजी, श्रीमती बृजलता शर्मा, श्रीमती पुष्पा तिवारी, सुरभि तिवारी, प्रत्यक्ष शर्मा, माधव प्रभुजी, राहुल तिवारी, भगत सिंह रावत, रामवतार, फतेहराम शर्मा आदि लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे।

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