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!! Shrimad Bhagwat Katha - UK:- 21-07-2024 To 27-07-2024, Time:- 3:00 pm To 6:00 pm, Place: - Shri Sanatana Hindu Temple, Ramanbhai Gokal Hall, Ealing Road, Wembley HAO 4TA, United Kingdom !!

The fire in the fields and the bad condition of the Gau Mata (Cow).

The fire in the fields and the bad condition of the Gau Mata (Cow).

खेतो में लगी आग और गौ माता का हुआ बुरा हाल |

The fire in the fields and the bad condition of the cow mother

 

 

 

हाल ही में आयी एक खबर की पास ही के एक गॉंव में किसी कारणवस खेत में आग लग गई और पता चला की खेतो के बीचो-बीच में एक गौ माता भी है,

Maybe something like this must have happened in the burnt field.

 

जो की जल चुकी है आग इतनी फ़ैल चुकी थी की गौ माता निकल ही नहीं पा रही थी जैसे ही गॉंव वालो को पता चला की गौ माता खेतो में है और वो जल रही है तो तभी गॉंव वालो ने गौ माता को कड़ी मेहनत कर खेतों से बाहर निकाला और तुंरत गौ सेवा धाम हॉस्पिटल, होडल को कॉल किया और गौ सेवा धाम की एम्बुलेंस तुरंत वहा पहुंची और एम्बुलेंस द्वारा गौ माता को हॉस्पीटल लाया गया।

 ​
GSD Animal Hospital ~ Ambulance
 
 

 

गौ माता का इतना बुरा हाल था कि हमें देखने में भी बहुत दर्द हो रहा था। हम देख कर ही पता लगा सकते थे की गौ माता जलने के कारण किस कष्ट से जूझ रही होगी। गौ माता इतनी जल चुकी थी की गौ माता की ऊपर वाली ज्यादातर खाल हट चुकी थी और गौ माता को उसकी खाल से खून आ रहे थे। गौ माता ना तो कुछ खा रही थी और ना ही कुछ पी रही थी।

Doctors team of Gau Sewa Dham Hospital, applying medicine to the burnt cow.

 

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की डॉक्टर्स टीम ने ज्यादा समय न लगाते हुए तुरंत गौ माता के शरीर की अच्छे से सफाई कर गौमाता को उसके दर्द में लाभ पहुंचाने वाली दवाई लगाई और इलाज करना शुरू किया।

 

जली हुई गौ माता को दवाई लगाते हुए, गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की डॉक्टर्स टीम |

 

कुछ समय बाद हमने देखा की गौ माता अब पहले से अच्छा महसूस कर रही है और कुछ खा पी भी रही है।

 

Devi Chitralekhaji asking doctors about the burnt cow.

 
Devi Chitralekhaji feeding the burnt cow mother.
 
The burnt cow mother (Gaumata) was now eating and drinking.

 

आप इस वीडियो के माध्यम से देख सकते है कि गौमाता को कितनी पीड़ा से गुजरना पड़ा होगा।

 

वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें ~ https://youtu.be/K7239lZEcs8

वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें ~ https://fb.watch/cG2ar28eBB/

 

हम धन्यबाद करते है, गॉंव वालो का और गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की एम्बुलेंस टीम एवं डॉक्टर्स टीम का जिनकी वजह से एक मासूम जान बच पाई।
गौ सेवा धाम हॉस्पिटल, होडल ज्यादातर पशु हॉस्पिटल के मुकाबले एक नाम बन चुका है, जो की पिछले केई वर्षो से लगातार बीमार, लाचार व बेसहारा गौमाता एवं अन्य जीव जन्तुओं का मुफ्त में इलाज करता आ रहा है, आप सभी के सहयोग और गौ माता एवं अन्य जीव जंतुओं की सेवा के लिए हम ये कार्य करते आ रहे है और लगातार करते रहेंगे।

 

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल
Nh-19, होडल जिला पलवल , हरियाणा

Conatact :- 9991771111 , 9991772222 , 9991774444 , 8816088825

 
       GSD Animal Hospital , Hodal

 

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गौवंश की इतनी बुरी दुर्दशा  😢😢😢

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एक गौमाता का हाल ही में एक ट्रक दुर्घटना में भयानक रूप से घायल हो गईं। इस हादसे में उनके मुंह का जबड़ा टूट गया, जिसके कारण वह कुछ भी खाने-पीने में असमर्थ हो गईं। यह दर्दनाक घटना न केवल गौमाता के लिए बल्कि हमारे लिए भी बहुत हृदयविदारक है।

गौ सेवा धाम अस्पताल में जब इस बेजुबान जीव को लाया गया, तब उसकी हालत बहुत ही दयनीय थी। टूटे जबड़े के कारण गौमाता अत्यधिक दर्द में थी और कई दिन से भूखी-प्यासी भी थी। 

हमारी चिकित्सा टीम ने तुरंत गौमाता का उपचार शुरू किया। अत्यधिक दर्द और तकलीफ के बावजूद, हमने उम्मीद नहीं छोड़ी और हर संभव प्रयास किया कि गौमाता धीरे-धीरे फिर से खाना शुरू कर सके। हमने उनके लिए विशेष प्रकार का लिक्विड डाइट तैयार किया, ताकि वह अपनी पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा कर सके।

इस कठिन समय में, हम गौमाता की हर संभव देखभाल कर रहे हैं। हमारी टीम दिन-रात उनके स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए काम कर रही है। हमने यह संकल्प लिया है कि इस बेजुबान जीव को फिर से स्वस्थ और खुशहाल जीवन प्रदान करेंगे।

हम आपसे भी निवेदन करते हैं कि इस पुनीत कार्य में हमारा साथ दें। आपकी मदद और समर्थन से ही हम इन मासूम जीवों की पीड़ा को कम कर सकते हैं और उन्हें एक बेहतर जीवन दे सकते हैं।

संकीर्तन दिवस

संकीर्तन दिवस

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की संचालिका पूज्या देवी चित्रलेखाजी का पावन जन्मोत्सव (संकीर्तन दिवस) बड़ी धूम धाम से मनाया गया। देवीजी का जन्मोत्सव हर वर्ष संकीर्तन दिवस के रूप में मानती हैं इसी मंगलमय अवसर पर गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में गौ माताओं के मध्य श्रद्धालुओं ने हरिनाम संकीर्तन किया। श्रद्धालुओं ने हरिनाम संकीर्तन करते हुए गौ सेवा धाम हॉस्पिटल परिक्रमा लगायी।
इस शुभ अवसर पर देवी चित्रलेखाजी के पिताजी स्वामी टीकाराम जी (अध्यक्ष- गौ सेवा धाम हॉस्पिटल) के सानिध्य में खंबानी फ़ूड ट्रक का फीता काटकर उद्घाटन किया गया, इस फ़ूड ट्रक की बचत राशि गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में भर्ती बीमार गौवंशों को समर्पित की जाएगी साथ ही इस फ़ूड ट्रक में शुद्ध शाकाहारी भोजन बनाया जायेगा जिससे तामसिक भोजन के प्रवत्ति को काम किया जायेगा। अंत में सभी श्रद्धालुओं ने भंडारा प्रसाद ग्रहण किया।
गौ सेवा धाम में बनेगा भारत का पहला बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल, गोपाष्टमी को मनोहर लाल खट्टर के द्वारा रखी गयी नींव।

गौ सेवा धाम में बनेगा भारत का पहला बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल, गोपाष्टमी को मनोहर लाल खट्टर के द्वारा रखी गयी नींव।

कोटवन करमन बॉर्डर पर गौ सेवा धाम में देवी चित्रलेखाजी के श्रीमुख से चल रहे सप्तदिवसीय गोपाष्टमी महोत्सव एवं श्रीमद भागवत कथा के तृतीया दिवस में गोपाष्टमी के पावन पर्व पर हरियाणा के मुख्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने भारत के पहले सर्वसुविधायुक्त बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल का भूमि पूजन किया। भूमि पूजन के अवसर पर खट्टर के साथ अन्य संत एवं गणमान्य व्यक्ति श्री चिदानंद सरस्वती, श्री सम्पूर्णानन्द स्वामी आचार्य लोकेश मुनिजी, कृष्णपाल गुज्जर और स्वामी श्री ज्ञानानंद महाराज इस ऐतिहासिक कार्य में भागीदार रहे।
दिन की शुरुआत भजन एवं गौ पूजन के साथ हुई, दोपहर बाद भूमि पूजन का शुभ कार्य संपन्न हुआ। 

देवी चित्रलेखाजी ने श्रीमद भागवत कथा के माध्यम से बताया कि गोपाष्टमी का त्यौहार हर घर में बड़ी धूम धाम से मानना चाहिए क्योंकि ये गौमाताओं का त्यौहार है और जहां गायों की सेवा होती है वहाँ गोपाल खुश रहते हैं। गोपाष्टमी पर्व का सनातन धर्म में बड़ा ही धार्मिक महत्व है। इसी दिन भगवान कृष्ण ने गौमाता की पूजा की और गौचारण लीला का शुभारम्भ किया। गोपाष्टमी के इस पवित्र दिन पर गायों और बछड़ों को सजाया जाता है और उनकी विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। यह पर्व मुख्य रूप से ब्रज में मनाया जाता है। गोपाष्टमी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार 20 नवंबर सोमवार के दिन मनाई गयी।  
गोपाष्टमी के दिन गौ महा भोज का आयोजन बड़ी धूम धाम से किया गया, जिसमें यहाँ भर्ती गौवंश हेतु स्वादिष्ट व्यंजन जैसे मीठा दलिया, ताजा गन्ना, रोटी हरी सब्जियां खिलाई गयीं। और यही खाद्य पदार्थ आस पास की गौशालाओं में रह रहे सभी गौवंश हेतु पहुचाए गए।
 
आपको बता दें कि कार्यक्रम के मध्य 20 नवम्बर गोपाष्टमी को गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में भारत के पहले बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल का भूमि पूजन हरियाणा के माननीय मुख्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी के कर कमलों द्वारा किया गया। इस मोके पर पधारे मुख्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ऐसी गौमाता की सेवा शायद ही कहीं हो रही होगी। मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि देवी चित्रलेखा का यह विचार बहुत अच्छा है। सभी मनुष्यों के लिए हॉस्पिटल बनाते हैं पर चित्रलेखा ने गौमाता और सभी जीवों के बारे में सोचा उनकी पीड़ा, दुःख दर्द को समझा और बहुमंजिला गौ हॉस्पिटल बनाने का निर्णय लिया। हमें बहुत अच्छा लगा कि देवी चित्रलेखा ने सर्व सुसज्जित गौमाता और जीवों को अपने पास आश्रय देने का फैसला लिया और पिछले 10 वर्षों से गौमाता की सेवा करती आ रही हैं।  

 

इस अस्पताल में हज़ारों बीमार गौवंश और अन्य जीवों के लिए उच्च-स्तरीय चिकित्सा सेवाएं होंगी। यह आयोजन जो सामाजिक सेवाओं और आध्यात्मिक उन्नति को मिलाकर गौ संवर्धन की ओर कदम बढ़ा रहा है। 
गौ सेवा धाम हॉस्पिटल पिछले 10 वर्षों से गौमाताओं के साथ साथ सभी बेजुबान जीवों की सेवा करता आ रहा है इस सेवा को और आधुनिक बनाने हेतु इस बहुमंजिला हॉस्पिटल की नींव रखी गयी। इस हॉस्पिटल में  एक्सरे यूनिट, अल्ट्रासाउंड रूम, आधुनिक डॉयग्नोस्टिक लैब, गायो के लिए अलग-अलग वार्ड जैसे आईसीयू वार्ड, कैंसर वार्ड, तीन पैर वाले गौवंश वार्ड होंगे।

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल के द्वारा रेस्क्यू।

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल के द्वारा रेस्क्यू।

 गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में सुबह 08 :20 पर एक कॉल आई कि पलवल के पास kmp पुल के पास एक गौ माता का किसी गाडी से एक्सीडेंट हो गया है। गाडी चालक ने गौमाता के दर्द को नहीं समझा और वह वहां से निकल गया। वहां के किसी सज्जन व्यक्ति ने हमारे पास कॉल की।  हमारी गौ सेवा धाम की टीम यहाँ से तुरंत निकल गई। वहां पर जाकर देखा तो गौमाता बहुत दर्द में थी। 
गौमाता के मुँह से खून निकल रहा था। पलवल के गौ सेवक साथियों की मदद से हमने उन गौमाता को एम्बुलेंस में रखा और हमने देखा कि एक डॉग का पिछला हिस्सा काम नहीं कर रह था। वहां के लोगो ने बताया की इस डॉग को दो तीन दिन पहले एक गाडी ने टक्कर मार दी। 
हमने उस डॉग को भी एम्बुलेंस में रख लिया और हम गौ सेवा धाम आ ही रहे थे। तभी हमारे पास एक कॉल आई कि औरंगाबाद में एक बछड़े का पैर टुटा हुआ है और पिछले तीन दिन से वो भूखा प्यासा वही पर पड़ा था। सूचना मिलते ही हम उस बछड़े को भी ले कर आ ही रहे थे कि एक सज्जन व्यक्ति ने हमें रास्ते में ही रोका और बताया की एक नंदी महाराज के पैर में चोट लगने के कारण कीड़े पड़ हुए थे और हमारी टीम ने उस नंदी महाराज का उचित इलाज किया। हमारी टीम गौ सेवा धाम आ गई। अब गौ सेवा धाम में उनका इलाज चल रहा है। अगर आपको भी कोई गौमाता या असहाय जीव दिखाई दे तो अपने व्यस्त समय में से कुछ समय इन बेजुबान जीवो के लिए भी निकालें और गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में कॉल करने का कष्ट करें। हमारा संपर्क सूत्र-8816088825

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में वेदांता ग्रुप की दान संस्थान, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा दान की गई नई ईको एम्बुलेंस का उद्धघाटन |

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में वेदांता ग्रुप की दान संस्थान, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा दान की गई नई ईको एम्बुलेंस का उद्धघाटन |

गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में वेदांता ग्रुप की दान संस्थान, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा दान की गई नई ईको एम्बुलेंस का उद्धघाटन किया गया। गौ सेवा धाम हॉस्पिटल ने असहाय  निराश्रित बीमार सड़क दुर्घटनाओं  में घायल व् लाचार गौवंशों और जीवों की सेवा के प्रति एक और कदम आगे बढ़ाया है। गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की  संचालिका देवी चित्रलेखा जी का मानना है की कोई भी जीव बीमारी के कारण अपने प्राण न त्यागे। 
इसी वाक्य को आगे की और ले चलते हुए बीमार गौमाताओं के साथ अन्य जीव जंतुओं के लिए सेवा कार्य को आगे बढ़ाते हुए व वेदांता ग्रुप की अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा TACO एनिमल केयर प्रोजेक्ट के तहत नई एम्बुलेंस दान दी गई जिसका 13 सितम्बर 2023 को सुबह 11 बजे अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा पधारे हुए अधिकारीयों ने देवी चित्रलेखाजी के सानिध्य में फीता काट कर उद्धघाटन किया। 


गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में वेदांता ग्रुप की दान संस्थान, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा दान की गई नई ईको एम्बुलेंस का उद्धघाटन किया गया। गौ सेवा धाम हॉस्पिटल ने असहाय  निराश्रित बीमार सड़क दुर्घटनाओं  में घायल व् लाचार गौवंशों और जीवों की सेवा के प्रति एक और कदम आगे बढ़ाया है। गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की  संचालिका देवी चित्रलेखा जी का मानना है की कोई भी जीव बीमारी के कारण अपने प्राण न त्यागे। 
इसी वाक्य को आगे की और ले चलते हुए बीमार गौमाताओं के साथ अन्य जीव जंतुओं के लिए सेवा कार्य को आगे बढ़ाते हुए व वेदांता ग्रुप की अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा TACO एनिमल केयर प्रोजेक्ट के तहत नई एम्बुलेंस दान दी गई जिसका 13 सितम्बर 2023 को सुबह 11 बजे अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा पधारे हुए अधिकारीयों ने देवी चित्रलेखाजी के सानिध्य में फीता काट कर उद्धघाटन किया। 
अनिल अग्रवाल की एंकर चीफ एक्सक्यूटिव प्रिया अग्रवाल हेबर ने बताया की  टैको के माध्यम से हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी जानवर चिकित्सा की कमी के कारण पीड़ित न हो, हम अपने देश में पशु कल्याण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह एम्बुलेंस इस दिशा में एक और कदम है।यह एम्बुलेंस 50 किमी के क्षेत्र के छोटे जानवरों, विशेषकर राजमार्गों पर घायल हुए जानवरों के लिए आपातकालीन देखभाल प्रदान करेगी।
इस मोबाइल एंबुलेंस में 24 घंटे एमरजेंसी मेडिकल किट तैयार रहेगी जो कि सूचना मिलते ही अधिक से अधिक बेजुबानों की मदद कर सके।

अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा जीव कल्याण के लिए हरियाणा व राजस्थान में अनेकों जगह पर सेवा प्रकल्प संचालित किए हुए हैं।
सभी ने सर्वप्रथम गौमाता की पूजा करी, और यहां भर्ती गौवंश को गुड व हरा चारा खिलाया। 
वेदांता लिमिटेड की डायरेक्टर एवम् हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन - मिस प्रिया अग्रवाल हेबर ने बताया की  टैको के माध्यम से हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी जानवर चिकित्सा की कमी के कारण पीड़ित न हो, हम अपने देश में पशु कल्याण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह एम्बुलेंस इस दिशा में एक और कदम है।यह एम्बुलेंस 50 किमी के क्षेत्र के छोटे जानवरों, विशेषकर राजमार्गों पर घायल हुए जानवरों के लिए आपातकालीन देखभाल प्रदान करेगी।
इस मोबाइल एंबुलेंस में 24 घंटे एमरजेंसी मेडिकल किट तैयार रहेगी जो कि सूचना मिलते ही अधिक से अधिक बेजुबानों की मदद कर सके।

अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा जीव कल्याण के लिए हरियाणा व राजस्थान में अनेकों जगह पर सेवा प्रकल्प संचालित किए हुए हैं।
सभी ने सर्वप्रथम गौमाता की पूजा करी, और यहां भर्ती गौवंश को गुड व हरा चारा खिलाया।

देसी गाय के घी के फायदे |

देसी गाय के घी के फायदे |


गौ माता के बारे में
गाय को माता का दर्जा यूही नहीं दिया जाता गौमाता के सभी उत्पाद किसी न किसी बीमारी का सम्पूर्ण इलाज है उसी में से आज हम बात करेंगे देशी गाय के घी के फायदे के बारे में -

हाथ पैरों में जलन होने पर तलवों पर गाय के घी की मालिश करने से जलन समाप्त हो जाती है। बच्चों को गाय के घी से छाती और पीठ पर मालिश करने से कफ की शिकायत समाप्त हो जाती है।
रात को सोने से पहले चेहरे पर गाय का घी लगाने से त्वचा पर दरारें, कट या घाव और फटी त्वचा ठीक होने में मदद मिलती है।
गाय के घी को त्वचा पर लगाने से रंगत निखरती है। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में भी मदद करता है। यह दाग-धब्बों, टैनिंग, पिगमेंटेशन और त्वचा के कालेपन के लिए बहुत प्रभावी उपाय है।
गाय का घी नाक में डालने से एलर्जी और लकवा भी ठीक होता है और याददाश्त तेज होती है।
गाय के घी की कुछ बूंदें दिन में दो बार नाक में डालने से त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) संतुलित हो जाते हैं।
देसी घी शरीर में जमा फैट को घोलकर विटामिन में बदलने का काम करता है। इसमें कम मात्रा में चेन फैटी एसिड होता है, जिससे आपका खाना जल्दी पच जाता है और मेटाबॉलिज्म सही रहता है।
गाय का घी आंखों की रोशनी के लिए चमत्कारी है। इसके नियमित सेवन से कम दिखना, धुंधला दिखाई देना, आंखों के आगे अंधेरा छाना, सिरदर्द, आंखों की कमजोरी और आंखों के सभी विकार दूर हो जाते हैं।
शोध के अनुसार यह खून और आंतों में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सही रखता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है।
यह न सिर्फ कैंसर को पैदा होने से रोकता है बल्कि आश्चर्यजनक तरीके से इस बीमारी को फैलने से भी रोकता है। इसके सेवन से ब्रेस्ट और बॉवेल कैंसर से बचा जा सकता है।
जिस व्यक्ति को हृदयाघात की समस्या हो वह गाय के घी का सेवन कम मात्रा में करे तो हृदय को बल मिलता है।
नेचुरल मॉइश्चराइजर के तौर पर यह रूखी त्वचा की समस्या से छुटकारा दिलाता है और त्वचा को मुलायम बनाता है।
त्वचा को कसने में मदद करता है, जो झुर्रियों, महीन रेखाओं और छिद्रों को सिकोड़ता है और आपको जवां बनाता है।
देसी गाय के घी की दो-दो बूंद सुबह-शाम नाक में डालने से माइग्रेन के दर्द से राहत मिलती है। नियमित रूप से गाय के घी का सेवन करने से एसिडिटी और कब्ज की शिकायत कम हो जाती है।
गाय के घी का सेवन करने से शरीर भी हष्ट पुष्ट रहता है और शरीर का स्टेमिना भी बना रहता है।

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